Majestic India Solar (Solar Energy Campaign)
आज के समय में भी हमारे देश के बहुत से ग्रामीण क्षेत्र ऐसे हैं जहां अभी विद्युतीकरण नहीं हुआ है, वहां के लोगों के लिये बिजली की जगमग रोशनी एक सपना ही है, अथवा जिन गांवों में विद्युतीकरण हुआ है पर बिजली नहीं या नाममात्र की आती है, परिणामस्वरूप मोबाइल जैसे संचार के साधन भी विद्युत व्यवस्था न होने के कारण ठीक से कार्य नहीं पर पाते। छोटे बच्चे पढ़ाई नहीं कर पाते, महिलाओं को घर के कार्य करने में असुविधा होती है, जिन गांवों में जरी-जरदोजी जैसे रोशनी के आवश्यकता वाले कार्य होते हैं उचित प्रकाश व्यवस्था न होने से धुंधलका छाते ही ऐसे कार्य भी नहीं हो पाते, ऐसे गांवो के लिये सौर ऊर्जा एक वरदान की तरह है। वैसे भी बिजली की दिनों-दिन बढ़ती मांग और इसके अनुपात में उत्पादन का न बढ़ना एक चिंता का विषय है, अतः वैकल्पिक ऊर्जा पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है। भारतीय बाल विकास संस्थान द्वारा ग्रामों को सौर ऊर्जा से रोशन करने के इसी उद्देश्य के चलते जनपद फर्रुखाबाद, हरदोई, मैनपुरी, शाहजहांनपुर, कन्नौज आदि में फैले अपने कृषक क्लबों, स्वयं सहायता समूहों आदि के माध्यम से ग्रामीणों तक सोलर ऊर्जा उपकरण पहुंचाने का निश्चय करते हुए वर्ष 2011 में "मैजेस्टिक इंडिया सोलर" की स्थापना की.
संस्थान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री आशीष मिश्र का कहना है कि इस इस अभियान के माध्यम ग्रामीणों को सौर ऊर्जा उपकरण तो आसानी से मिल ही सकेंगे साथ ही कृषक क्लबों, स्वयं सहायता समूहों के लोगों के लिये रोजगार का एक अवसर भी खुलेगा, क्यों कि इन्हीं के माध्यम से ग्रामीणों को सौर ऊर्जा उपकरणों की आपूर्ति की जायेगी। जिसके लिये संस्थान द्वारा देश की प्रतिष्ठित सौर ऊर्जा उपकरण निर्माता कंपनियों से बातचीत जारी है और ग्रामीणों को न्यूनतम कीमत में बेहतर उपकरण प्रदान करने की कोशिष की जा रही है। संस्थान द्वारा कई जनपदों के ग्रामीण क्षेत्रों में फैले अपने नेटवर्क के माध्यम से ग्रामीणों को सोलर लालटेन, सोलर होम लाइटिंग सिस्टम, सोलर इर्न्वटर, सोलर चार्जिंग स्टेशन आदि की सुविधा प्रदान करना प्रारम्भ कर दिया गया है। For more information, Please visit : www.majesticindia.in |
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-: विचार :-
ग्रामीण जीवन को आसान बनाती है सौर ऊर्जा - श्री एस0एस0 चौहान, डी0डी0एम0, नाबार्ड
नाबार्ड के डी0डी0एम0 श्री एस0एस0 चौहान अपने पैतृक गांव के बारे में बताते हुये कहते हैं कि हरदोई जनपद के ग्राम मंझिया में एक ग्रामीण सुबह शहर से एक बैट्री चार्ज करके लाता है और पूरा दिन प्रति मोबाइल 5 रुपये की दर से ग्रामीणों के मोबाइल उस बैट्री से चार्ज करता है, ऐसे गांवों में यदि सोलर लाइट पहुँच जाये तो कम से कम ग्रामीणों को 5 रुपये प्रति दिन मोबाइल चार्ज कराने के लिये तो न देने पड़ें।
अंधेरा होते ही थम जाती है जिंदगी :- श्रीमती चन्द्रावती, ग्रामीण महिला
जनपद फर्रुखाबाद के एक पिछड़े गांव गदनपुर चैन की चन्द्रावती कहतीं हैं कि हमारे गांव में अंधेरा होते ही सारे कार्य थम से जाते हैं, केरोसिन से जलने वाली कुप्पी तेज हवा चलने पर नहीं जल पाती और फिर केरोसिन के निरंतर बढ़ते दाम भी परेशान किये हैं, ऐसे में सोलर लालटेन चन्द्रावती को एक अच्छा विकल्प लगता है, वह कहतीं हैं कि इससे बिना धुयें और हवा चलने पर बुझने की चिंता के घर को रोशन कर सकते हैं।
सौर ऊर्जा ने बिखेरा है जीवन में प्रकाश: श्री अरुण कुमार, सोलर शॉप संचालक
भारतीय बाल विकास संस्थान द्वारा जनपद हरदोई के ग्राम बाबरपुर में सोलर शॉप संचालित करने हेतु अधिकृत श्री अरुण कुमार का कहना है कि वह काफी समय से किसी ऐसे कार्य की तलाश में थे जिससे उन्हें गांव में रहकर ही खेती के साथ-साथ कोई अन्य रोजगार भी मिल सके, उनकी इस तलाश को सालर शॉप ने पूरा कर दिया है। उन्हें प्रसन्नता है कि उन्हें ग्रामीणों के जीवन में प्रकाश बिखेरने का अवसर मिला है।
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