‘‘नौकरी के पीछे अंधी दौड़ में भागने और फिर बेरोजगारों भीड़ में शामिल होने की बजाय स्वयं का रोजगार स्थापित कर स्वयं के साथ-साथ दूसरों को भी रोजगार देना ही सही मायने में सफलता है’’। इसी विचार को ध्यान में रखते हुये संस्थान के वोकेशनल टेªनिंग सेन्टर्स पर युवक-युवतियों को विभिन्न व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान किये जाते हैं, ताकि प्रशिक्षण में सीखे गये हुनर के दम पर वह अपना स्वयं का कोई व्यवसाय स्थापित कर सकें। संस्थान के प्रशिक्षण केन्द्रों पर समय की मांग के अनुसार विभिन्न टेªेडों का प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है, युवतियों में जहां ब्यूटीशियन कोर्स का इस समय जबरदस्त क्रेज हैं क्यों कि ब्यूटीशिन कोर्स करने के बाद उनके लिये स्वयं का रोजगार प्राप्त कर लेना काफी आसान हो जाता है, छात्रा सौम्या कुमारी बताती हैं कि उन्होंने अभी 3 माह पहले ही संस्थान के प्रशिक्षण केन्द्र में प्रवेश लिया है, और अभी से वह शादी विवाह, पार्टी आदि में मेंहदी लगाने का कार्य करके आसानी से अपना जेब खर्च निकाल लेतीं हैं उन्हें भरोसा है कि प्रशिक्षण पूरा होते-होते उनके यह शौक पूरी तरह उन्हें आत्मनिर्भर बना देगा। संस्थान में प्रशिक्षण प्राप्त कविता यादव ने अपना स्वयं का ब्यूटीपार्लर खोल लिया है और अपने साथ-साथ दो और लोगों को भी उनके इस पार्लर से रोजगार मिल रहा है, सुश्री यादव बताती हैं कि प्रशिक्षण प्राप्त करने बाद भारतीय बाल विकास संस्थान के सहयोग से उन्होंने प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत बैंक से ऋण लेकर इस पार्लर की स्थापना की है, और उन्हें भरोसा है कि अपनी मेहनत के बल पर जल्द ही वह बैंक ऋण की चुकौती कर देंगी। अपने सफल प्रशिक्षणार्थियों को देख कर संस्थान को अपना उद्देश्य सार्थक होता लगता है साथ ही मिलती है प्रेरणा और समर्पित भाव से प्रशिक्षण केन्द्रों को संचालित करने का जज्बा भी।